Wednesday 15 April 2009



खामोश पलकों से बहकर गई एक बून्थ आसू

रोक सकी मैं किसीके यादों की यह निशानी

आकर गिरी वोह ज़मीन पर एक अमानत की तरह

और बन गए वोह मेरे प्यार के बिखरी हुई
imarath

आज किसी ने दिल तोडा तो हमको जैसे ख्याल आया

जिसका दिल हमने तोडा वोह जाने कैसा होगा

सरे दुनिया को धुकराके हमने तेरा साध दिया

इसी तरह छोडके जायेंगे यह तो कभी सोंचा


जीवन कितने अनमोल है यह तुम्ह्ने मुचे सिघाया

आगे बदने की हिम्मत भी तुमने मुच्को दिया

बीच रस्ते मैं युही छोडोगी हमने कभी सोचा

प्फिर फी हम नाराज़ नही , नही है कोई शिकायत


आगे बदने की हिम्मत अभी भी हमारे दिल मैं है

लेकिन तेरे बिन ज़िन्दगी लगने लगी है अधूरी

कैसे समझाओं इस दर्दे दिलको तुम्हारा जाना ज्हरूरी

जी लूंगी मैं जीवन सरे तुम्हारे यादों के सहारे



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